Mahakumbh 2025 महाकुंभ घूमने का कितना खर्चा होगा
Kumbh mela 2025: 13 जनवरी से 8 मार्च 2025 तक प्रयागराज में कुंभ मेले का आयोजन हो रहा है। अनुमान है कि इस बार करीब 40 करोड़ लोग स्नान करने आएंगे। ऐसे में अभी से ही यहां के होटल, धर्मशाला, कॉटेज, टेंट आदि सभी बुक होने लगे हैं।
यह जानकारी कुंभ मेले की विशालता और इसके धार्मिक महत्व को दर्शाती है।
महाकुंभ मेले 2025 का विवरण: Spiritual significance of Mahakumbh
- आयोजन तिथि: 13 जनवरी से 8 मार्च 2025।
- स्थान: प्रयागराज, त्रिवेणी संगम (गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम)।
- अपेक्षित श्रद्धालु: लगभग 80 करोड़ लोग।
यह मेला न केवल धार्मिक महत्व रखता है बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर को भी प्रदर्शित करता है। लाखों साधु-संत, नागा साधु, और श्रद्धालु इस दौरान संगम में डुबकी लगाकर मोक्ष और शांति की कामना करते हैं।
विशेष तिथियां:
महाकुंभ के दौरान शाही स्नान और अन्य प्रमुख तिथियां विशेष रूप से ध्यान देने योग्य होती हैं।
आप इस आयोजन के दौरान संगम के अद्भुत अनुभव का हिस्सा बन सकते हैं।
mahakumbh 2025 prayagraj date
13 जनवरी से 8 मार्च 2025 तक प्रयागराज में कुंभ मेले का आयोजन हो रहा है, इसमें करीब 40 करोड़ लोग स्नान करने आएंगे |

mahakumbh me kitne akhade hote hai (महाकुम्भ में कितने अखाड़े होते हैं )
महाकुम्भ में 13 अखाड़े होते हैं, जिन्हें 3 कैटेगरी शैव, वैष्णव और उदासीन में बांटा गया है.
महा कुंभ मेला कितने वर्षों बाद लगता है?
महाकुंभ: महाकुंभ 144 वर्षों में आयोजित होता है। ऐसी मान्यता है कि महाकुंभ मेला 12 पूर्ण कुंभ मेला के बाद आता है और यह सिर्फ प्रयागराज में ही लगता है।
महाकुंभ में नहाने के फायदे Importance of Kumbh Mela bathing
हिन्दू ग्रंथों के अनुसार महाकुंभ के दौरान पवित्र नदी में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और कुम्भ स्नान के दौरान डुबकी लगाते समय मानी गयी मनोकामना पूरी होती है, आपके चल रहे सारे दुख-संकट कटने लगते हैं . महाकुंभ के दौरान शाही स्नान का महत्व है. शाही स्नान कुछ विशेष तिथियों पर ही किया जाता है
महाकुंभ प्रयागराज घूमने में कितना खर्चा आएगा
हो सकता है कि यदि आप अभी बुकिंग कराने जाएं तो आपको ठहरने की जगह न मिले। फिर भी यह जरूर लें कि महाकुंभ में घूमने का कितना खर्चा हो सकता है। महाकुंभ मेले के दौरान ठहरने के लिए विभिन्न टेंट विकल्प उपलब्ध हैं, जिनकी कीमतें उनकी सुविधाओं और स्थान के आधार पर भिन्न होती हैं। नीचे अनुमानित बजट दिया जा रहा है।
प्रयागराज घूमने के लिए टूट पैकेज : उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम ने पर्यटकों के लिए निर्धारित कीमत पर 14 पैकेज तैयार किए हैं। इसमें उनके घूमने, खाने-पीने, गाइड और दर्शन आदि की काफी सुविधा दी गई हैं। इसके लिए प्रति व्यक्ति 3 से 4 लोगों को कार से सैर कराने के लिए 2020 रुपए भुगतान करना होगा। इसी तरह इनोवा गाड़ी से 5 से 6 लोगों को प्रति व्यक्ति 1640 रुपए खर्च होंगे। न्यूनतम 10 लोगों के लिए अरबानिया में घूमने के लिए प्रति व्यक्ति 1330 रुपए का खर्च आएगा।
प्रयागराज से बाहर जाने के लिए टूर पैकेज: प्रयागराज से वाराणसी के लिए गाड़ी से 3 से 4 लोगों को घुमाने के लिए, आपको 2560 रुपए प्रति व्यक्ति खर्च करने पड़ेंगे। इनोवा से 5 से 6 लोगों को प्रति व्यक्ति 2030 रुपए रहेगा। अरबानिया से 10 लोगों की सैर के लिए प्रति व्यक्ति 1220 रुपए खर्च करने पड़ेंगे। वहीं प्रयागराज विंध्याचल-वाराणसी का दो दिन व एक रात के पैकेज में, डिजायर कार से प्रति व्यक्ति 5390 रुपए, इनोवा से 4545 रुपए, अरबानिया से न्यूनतम 10 यात्री प्रति व्यक्ति 3620 रुपए का भुगतान करना पड़ेगा। वृद्धजनों के लिए प्रयागराज-विंध्याचल-वाराणसी के लिए दो दिन और एक रात का टूर में दूसरे पैकेज की तरह कार या इनोवा से घूमने की सुविधा नहीं मिलेगी। सिर्फ अरबानिया की मदद से कम से कम 10 लोग यात्रा कर सकेंगे। इसके लिए प्रति व्यक्ति 4345 रुपए का भुगतान करना पड़ेगा। इसमें डिजायर गाडी से 3 से 4 लोगों की सैर के लिए प्रति व्यक्ति 8480 रुपए देने पड़ेंगे।

कुंभ में ठहरने का अनुमानित खर्चा:-
1. धार्मिक आश्रम औ धर्मशाला: यह आपको 200 रुपए से लेकर 1,000 रुपए तक प्रति रात के लिए मिल सकती है।
2. होटल: यदि हम होटल की बात करें तो 1,000 रुपए से लेकर 5,000 रुपए तक प्रति रात के लिए मिल सकती है।
3. लक्जरी होटल या टेंट: लक्जरी होटल या टेंट सिटी में टेंट की बात करें तो 5,000 रुपए से लेकर 20,000 रुपए प्रति रात मिल सकते हैं।
कुंभ में घूमने का खर्चा:
1. ट्रेन/बस (दूर तक के आसपास के शहरों से): 500 रुपए से 2,000 रुपए प्रति व्यक्ति (वन-वे) है।
2. लोकल परिवहन (ऑटो/टैक्सी): 500 रुपए से लेकर 1,000 प्रतिदिन है।
3. प्राइवेट कार किराया: 2,000 रुपए से 5,000 प्रतिदिन।
कुम्भ में खाने का कितना खर्चा आएगा
कुंभ में भोजन-पानी पर खर्चा:
1. लंगर और भंडारा: पूरे कुंभ क्षेत्र में कई जगहों पर फ्रीम में लंगर या भंडारे होते रहते हैं। कहीं कहीं पर नॉमिनल चार्ज 50 प्रति व्यक्ति हो सकता है।
2. साधारण रेस्तरां: यदि साधारण होटल में खाना खाना चाहते हैं तो इस समय 150 की थाली से लेकर 500 रुपए प्रति व्यक्ति थाली मिल सकती है।
3. लक्जरी रेस्तरां: यदि आप किसी लकजरी होटल में खाने जाते हैं तो 1,000 रुपए से 2,500 रुपए प्रति व्यक्ति थाली मिल सकती है।
कुंभ में यात्रा का कुल अनुमानित बजट:
1. यात्रा का लो बजट: 5,000 रुपए से 10,000 रुपए (2 से 3 दिन)
2. यात्रा का मीडियम बजट: 15,000 रुपए से 30,000 रुपए (3 से 5 दिन)
3. लक्जरी यात्रा बजट: 50,000 से लेकर 1,00,000+ (3-5 दिन)
कुंभ में सेवाएँ और विशेष सुविधा:
1. विशेष पूजा/अर्चना: 500 रुपए से लेकर 5,000 रुपए तक।
2. VIP पास/डार्शनिक सुविधा: 1,000 रुपए से लेकर 10,000 रुपए तक।
कुंभ में खरीदारी और अन्य खर्च:
1. स्मृति चिन्ह और प्रसाद: करीब 200 रुपए से लेकर 2,000 तक।
2. अन्य व्यक्तिगत खर्च: 1,000 रुपए से लेकर 5,000 तक।
‘महाकुंभ ग्राम’ टेंट सिटी:
1. सुपर डीलक्स रूम: दो व्यक्तियों के लिए प्रति रात 16,200+ जिसमें नाश्ता, लंच, और डिनर शामिल हैं।
2. विला: दो व्यक्तियों के लिए प्रति रात 18,000+, जिसमें भोजन की सुविधाएं सम्मिलित हैं।
3. डीलक्स टेंट: एक व्यक्ति के लिए प्रति रात 10,500, जिसमें नाश्ता शामिल है।
4. प्रीमियम टेंट: एक व्यक्ति के लिए प्रति रात 15,525, जिसमें नाश्ता शामिल है।
5. विशेष डोम सिटी में कॉटेज: स्नान पर्व के दिनों में प्रति रात 81,000 और सामान्य दिनों में 41,000, जिसमें एसी, गीजर, और सात्विक आहार की सुविधाएं उपलब्ध हैं। कृपया ध्यान दें कि प्रमुख स्नान के दिनों में बुकिंग कम से कम तीन दिनों के लिए करनी होती है, और अतिरिक्त बेड के लिए अतिरिक्त शुल्क लागू हो सकते हैं। अधिक जानकारी और बुकिंग के लिए अधिकृत वेबसाइट्स पर जाकर संपर्क करें।
महाकुम्भ 2025 के दृष्टिगत प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं को साइबर ठगों के जाल से बचाने के लिए स्थानीय प्रशासन एवं पर्यटन विभाग के सहयोग से जनपद प्रयागराज में ठहरने के लिए पंजीकृत होटल, लॉज, धर्मशाला एवं कॉटेज की सूची, पता और मोबाइल नम्बर सहित तथा अधिकृत वेबसाईट की जानकारी सभी की सुविधा हेतु प्रेषित है। श्रद्धालु किसी भी जानकारी के लिए कुम्भ मेला की हेल्पलाइन 1920 पर कॉल कर सकते है।
प्रयागराज में पंजीकृत होटल और धर्मशाला की लिस्ट
kumbh me kaha ruke

प्रयागराज कुम्भ में पंजीकृत गेस्ट हाउस और धर्मशाला की लिस्ट
kumbh me rukne ki jagah

प्रयागराज कुम्भ में पंजीकृत गेस्ट हाउस और धर्मशाला की लिस्ट
kumbh me thaharne ki jagah

प्रयागराज कुम्भ में कहाँ रुकें

महाकुंभ में आ रहे लोगों के सूचनार्थ
महाकुंभ पहुंचे कैसे?
अगर आप प्रयागराज आ रहे हैं तो कुछ स्थान जिनके नाम आपको पता होने चाहिए। चुंगी : यह आखिरी स्थान है जहां तक ऑटो जा सकती है। मेला क्षेत्र यहां से लगभग 3 km है। शाही स्नान के दिन ऑटो यहां तक नहीं आती। बैंक रोड : यह प्रयाग जंक्शन के सबसे पास की जगह है। यहां से आपको कानपुर, लखनऊ, बलिया, गोरखपुर, आदि की बसें भी मिलेंगी। शाही स्नान के दिन यहां से आगे ऑटो जाने की अनुमति नहीं है। सिविल लाइंस : यहां से आपको रोडवेज बसें मिलेंगी सभी स्थानों के लिए। बालसन चौराहा : इसके पास ही भरद्वाज पार्क और आश्रम है, सिविल लाइंस की तरफ से आपको यहां तक कि ऑटो मिल सकती है। आपके लिए 5 मुख्य रेलवे स्टेशन हैं जहां आपको उतारा जाएगा।
– प्रयागराज जंक्शन
यहां उतरने के बाद आप सिविल लाइंस जा सकते हैं और वहां से आपको बालसन चौराहे तक की ऑटो मिल सकती है। आपको सरकारी बस भी मिल सकती है लेकिन फ्री होने के कारण उसमें भीड़ अधिक रहेगी।
-प्रयागराज संगम
यह मेला क्षेत्र के सबसे नजदीक का स्टेशन है, यहां से मेला क्षेत्र मात्र 1km से थोड़ा अधिक पड़ेगा। ध्यान रहे शाही स्नान और कुछ विशेष दिनों पर यह स्टेशन बंद रहेगा।
-प्रयाग जंक्शन
यह स्टेशन लगभग 5km है अगर आप यहां उतरते हैं तो यहां से आपको पैदल ही मेला क्षेत्र तक जाना पड़ेगा, रात्रि के समय आपको ऑटो मिल सकती है।
– फाफामऊ
यह स्टेशन प्रयाग जंक्शन से पहले पड़ता है, यहां से उतरकर आप बैंक रोड जा सकते हैं और फिर वहां से मेला क्षेत्र में पैदल जाना पड़ेगा।
-प्रयागराज छिवकी
यहां से आपको बालसन चौराहे की तरफ आना पड़ेगा। बाहर निकलते ही ऑटो मिल जाएगा। आप बैंक रोड से सीधा पैदल जा सकते हैं या फिर सिविल लाइंस से ऑटो पकड़ कर चुंगी या बैंक रोड जा सकते हैं।
महाकुंभ में रहने की व्यवस्था
आपको स्टेशन के बाहर बहुत सारे होटल और लॉज मिल जाएंगे, इनका किराया थोड़ा ज्यादा होगा अगर आपका बजट कम है तो आपको डोरमेट्री मिल जाएगी, जिसका किराया आपको 300-1000 तक रहेगा। कई सारे रैन बसेरा भी हैं जो अलग अलग संस्थाओं द्वारा लगाए गए हैं। ये सब आपको मेला क्षेत्र में ही मिलेंगे।
महाकुंभ में खाने की व्यवस्था
प्रयाग आने के बाद आपको खाने के लिए नहीं सोचना पड़ेगा, आप बैंक रोड से या बालसन चौराहे से आगे निकलेंगे तो हर 500 मीटर पर एक भंडारा मिलेगा। कई जगह कचौड़ी सब्जी, छोला चावल, खिचड़ी आदि आपको मिलेंगी। इसके अतिरिक्त आप @Swiggy और @zomato से भी ऑर्डर कर सकते हैं। (No paid promotion) लेकिन इनकी डेलिवरी चुंगी क्षेत्र के उस तरफ नहीं होगी।
अगर आप फाफामऊ उतरते हैं तो आप गंगा जी के किनारे बनी रोड से भी मेले में जा सकते हैं। इसपर भीड़ कम रहेगी लेकिन ये रास्ता थोड़ा लंबा पड़ेगा। इसके किनारे तीन प्रमुख मंदिर हैं। इसी रास्ते पर आपको नारायणी आश्रम और नागवासुकी मंदिर भी मिलेंगे।
इन बातों का विशेष ध्यान रखें।
– बहुत छोटे बच्चों को लेकर न आएं।
– आपको पैदल चलना पड़ेगा इसलिए बहुत ज्यादा सामान लेकर न आएं।
– अपने फोन और पर्स का विशेष ध्यान रखें।
– सभी लोगों को एक फोन नंबर लिख कर अवश्य दें।
– आपके आस पास कई पुलिस वाले रहेंगे। अगर कोई खो जाता है तो जाकर अनाउंसमेंट करवाएं। इसमें पुलिस वाले आपकी सहायता करेंगे।
– मेला क्षेत्र में एक हॉस्पिटल भी बनाया गया है, यदि आवश्यकता हो तो किसी पुलिस वाले से संपर्क करें।
– नहाते वक्त फोन अपने सामान का विशेष ध्यान रखें क्योंकि उस समय संगम के किनारे भीड़ अधिक हो जाती है और इसलिए दिक्कत हो सकती है।
यहां आप रास्ता नहीं भटकेंगे बस भीड़ जिस तरफ जा रही हो आप भी उसी तरफ चलते रहें। बाकी भगवान पर भरोसा रखिए, प्रयागराज आइए, कुंभ नहाइए।